Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इंफाल पश्चिम के अधिकारी ने अवासीय मतदाताओं के लिए 29 मतदान केंद्रों की स्थापना की , जो सुरक्षित मतदान का वादा करते हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इंफाल पश्चिम के अधिकारी किरण कुमार ने इस नई पहल को उचित और महत्वपूर्ण माना और बताया कि यह स्थिति को सुधारने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। आंतरिक रूप से मतदाताओं को सुरक्षित और सहानुभूतिपूर्ण वातावरण में मतदान करने के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय है। सरकार ने स्थानीय समुदायों के साथ संवाद किया है ताकि समस्याओं का समाधान किया जा सके और इस प्रक्रिया को लागू करने में सहायता मिले। मणिपुर जिस हाल से जातीय संघर्षों से जूझ रहा है उसके कारण 50,000 से अधिक लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं जबकि 175 लोगों की जान चली गई हैं ।
आपको बता दें हिंसा प्रभावित मणिपुर में आगामी लोकसभा चुनावों के लिए सरकार की तैयारी के बारे में मीडिया को संबोधित करते हुए इम्फाल पश्चिम के अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार से प्राप्त मार्गदर्शन पर 5000 आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण व्यवस्था की गई है।
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मणिपुर लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी –
आम चुनाव से पहले ऐसे 29 मतदान केंद्र खोले गए हैं। जहां जिले के भीतर विस्थापित लोग अपने निर्धारित मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे। परिवहन सेवाओं के अलावा उनके लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं है जो हम प्रदान करेंगे। अन्य संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों के लिए जिन्हें इंफाल पश्चिम में स्थानांतरित कर दिया गया था हिंसा के कारण हमने आंतरिक मणिपुर के लिए विशेष मतदान केंद्र खोले हैं हमने ऐसे 29 मतदान केंद्रों की व्यवस्था की है जिनमें लगभग 5,000 आंतरिक रूप से विस्थापित लोग हैं।
जानिए 29 मतदान केंद्रों की व्यवस्था –
गौरतलब है कि विस्थापित लोगों के लिए राहत शिविरों में कुछ मतदान केंद्र स्थापित करने की योजना के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा सभी को वोट डालने का मौका दिया जाएगा। मणिपुर की मौजूदा स्थिति पर डिप्टी कमिश्नर ने जोर देकर कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में सामान्य स्थिति लौट आई है और चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होंगे। हमने सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं और उम्मीद है कि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होंगे। हमने संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान की है जिन्हें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा संचालित किया जाना है। ऐसे मतदान केंद्रों की कुल संख्या बढ़ रही है। राज्य में मौजूदा स्थिति को देखते हुए हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
अधिकारी ने यह भी बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर आपत्तिजनक भ्रामक या शरारती पोस्ट को हटाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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