Kintan Death News: 12 साल का किंतन सीनियर्स की पिटाई से हुई मौत, माता-पिता न्याय की आस में

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Kintan Death News: भारतीय वायुसेना में शामिल होने का सपना देखने वाला 12 वर्षीय किंतन आज इस दुनिया में नहीं है | 11 जनवरी को उस बच्चे को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि वह आखिरी सांस तक बिस्तर से नहीं उठ सका|

40 वर्षीय राहुल सारस्वत और उनकी पत्नी सोनी की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे| क्योंकि वे अपने 12 वर्षीय बेटे किंतन के साथ हुए अन्याय को याद करते हैं, जिसका निधन 20 जनवरी को हो गया|

 

चलिए आप को बताते है आखिर 11 जनवरी को क्या हुआ था?

राहुल सारस्वत और उनके चार लोगों का परिवार अपने दो बच्चों के लिए बेहतर रोजगार और शिक्षा की उम्मीद के साथ तीन साल पहले दिल्ली आये थे| जहां राहुल दिल्ली में एक निजी कूरियर कंपनी में मजदूर है, वहीं उनकी पत्नी सोनी एक गृहिणी है। राहुल नें बताया कि उनके 12 वर्षीय बेटे किंतन के साथ 11 जनवरी को एक घटना घटी| उन्होंने बताया कि जब किंतन दोपहर करीब 2:30 बजे स्कूल से लौटा, तो वह लंगड़ा रहा था और बहुत दर्द में था| किंतन नें बताया कि छुट्टी के दौरान शौचालय से लौटते वक्त उसने गलती से उसके सीनियर को टक्कर मार दी जिसके बाद उस लड़के ने दूसरे बच्चों को बुलाया और उसकी पिटाई की| केवल येही नहीं उन्होंने उसे जबरदस्ती उठाया, और जमीन पर पटककर पीटते रहे| किंतन द्वारा सारी घटना बताने के बाद दोपहर करीब 3:40 बजे वे किंतन को अस्पताल लेकर गए । (ओपीडी) में उसकी देखभाल की गई, एक्स-रे लिया गया और एक दर्द निवारक दवा दी गई। चूंकि मामला गंभीर नहीं था, इसलिए उन्हें कुछ दिन बाद वापस आने के लिए कहा गया| 15 जनवरी को, फिर से राहुल और उनकी पत्नी नें उसे अन्य हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास ले गए, जिसने दवाएँ लिखीं। तब से वह कम खाने लगा |

20 जनवरी को हुई मौत:

20 जनवरी को किंतन की हालत और बिगड़ गई। उसे तेज बुखार, हाई ब्लड प्रेशर था और उल्टियां भी हो रहीं थी | उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने किंतन को ड्रिप लगाई और वह बेहतर महसूस करने लगा। जिसके बाद उसे नौ दिनों में पहली बार भूक लगी, इसलिए उसके पिता नें तुरंत किसी को दलिया (खिचड़ी) लाने के लिए भेज दिया लेकिन जब तक खाना पहुंच पाता, उसकी जान जा चुकी थी|

आप को बता दें कि राहुल और सोनी अपने बेटे के खिलाफ हमले के संबंध में अधिकारियों से बात करने के लिए कम से कम चार बार स्कूल गए थे। उन्होंने आगे दावा किया कि जब भी उन्होंने स्कूल जाने की कोशिश की, उन्हें एक कारण बता कर भेजा दिया गया|

लेकिन, 12 जनवरी को जब राहुल दोबारा स्कूल गए तब उस दौरान, किंतन की कक्षा के दो छात्रों ने उनसे पुष्टि की कि किंतन को सीनियर्स नें मारा था।
राहुल और सोनी सारस्वत उनके बेटे के लिए बस न्याय चाहते हैं|उनके बेटे के मौत का ज़िम्मेदार कौन है इसका जवाब चाहते हैं|

 

 

Harshita/1mint

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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