The Kerala Story: दूरदर्शन के प्रसारण में क्यों उठे सवाल? आखिर क्या है ‘The Kerala Story’ के पीछे का मामला

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The Kerala Story: खबरें है कि केरल में सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) और कांग्रेस के कड़े विरोध के बावजूद, दूरदर्शन ने शुक्रवार को विवादास्पद बॉलीवुड फिल्म ‘The Kerala Story‘ का प्रसारण रात 8 बजे किया।

 

The Kerala Story: सीपीआई (एम) की युवा शाखा, डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) ने फिल्म को खारिज करने के लिए राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर यूट्यूबर ध्रुव राठी का एक वीडियो, ‘The Kerala Story ट्रू ऑर फेक?’ दिखाया। इस पर युवा कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया और फिल्म के प्रसारण के खिलाफ रात करीब साढ़े आठ बजे यहां दूरदर्शन कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला।

आप को बता दें इसके पहले दिन में केरल में, सीपीआई (मार्क्सवादी) और कांग्रेस ने दूरदर्शन पर इस फिल्म को प्रसारित करने के फैसले के खिलाफ भारतीय चुनाव आयोग में अलग-अलग शिकायतें दर्ज कीं। उन्होंने यह आरोप लगाया कि यह फिल्म संभावित रूप से धार्मिक आधार पर समाज को ध्रुवीकृत कर सकती है| उन्होंने इसकी स्क्रीनिंग बंद करने की मांग की। हालांकि, भाजपा ने दावा किया कि फिल्म का विषय वास्तविक है, और यह अचरज है कि वामपंथी और कांग्रेस इसका विरोध क्यों कर रहे हैं।                  

 

The Kerala Story: वी डी सतीसन ने लिखा पत्र 

सूत्रों से पता चला है कि विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने आज चुनाव आयोग को एक पत्र भेजा है, जिसमें दूरदर्शन को “बेहद दुर्भावनापूर्ण ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म” के प्रसारण पर किये गए अपने फैसले को वापस लेने की मांग की गई है।उन्होंने अपने पत्र में कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, ‘द केरल स्टोरी’ बेहद झूठे वादों और राज्य के लोगों की निराशाजनक तस्वीर पेश करने के प्रयासों पर आधारित एक प्रचार फिल्म है। मेरा मानना है कि यह देश को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने का और संघ परिवारों के बीच जहरीले एजेंडे का हिस्सा है।” 

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The Kerala Story  को लेकर कई नेताओं ने जताई आपत्ति 

वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा “दूरदर्शन का निर्णय केरल के लोगों का सीधा अपमान है। यह आदर्श आचार संहिता का भी उल्लंघन है, जो समाज को धार्मिक आधार पर विभाजित करने के किसी भी प्रयास को रोकती है,” 

दूसरी तरफ सीपीआई (एम) के राज्य सचिव, एमवी गोविंदन ने कहा कि चुनाव के करीब प्रस्तावित प्रसारण का समय, वह भी जब प्रचार जोर पकड़ रहा है, वास्तविक संदेह को जन्म देता है, क्योंकि इसमें वोट जुटाने/उत्पन्न करने की प्रवृत्ति होती है। गोविंदन ने ईसीआई को भेजे गए अपने शिकायत पत्र में कहा,कि डीडी नेशनल चैनल के माध्यम से ऐसी फिल्म की व्यापक रूप से विज्ञापित स्क्रीनिंग से स्थिति बिगड़ जाएगी। 

 

The Kerala Story: अदालत ने क्या कहा

आप को बता दें “विजयन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, केरल नफरत फैलाने के ऐसे दुर्भावनापूर्ण प्रयासों का विरोध करने में दृढ़ रहेगा।”

खबरें है कि अदालत ने कहा सीबीएफसी ने फिल्म की जांच की है और उन्होंने पाया कि यह सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए उपयुक्त है। फिल्म के ट्रेलर पर लोगों ने बहुत आलोचना की और अदालत के सामने चुनौती दी क्योंकि उसमें यह दावा किया गया था कि केरल में 32,000 महिलाओं को धर्मांतरित किया गया और उन्हें आतंकवादी अभियानों में शामिल किया गया। बीजेपी ने कहा कि राज्य के सिनेमाघरों में फिल्म पर अनौपचारिक प्रतिबंध लगा दिया गया था।  

 

Harshita/1mint

 

 

 

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