Congress नेता और पूर्व विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
Congress को एक बार फिर से लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है। अर्जुन मोढवाडिया ने आज काँग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। जैसे जैसे राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुजरात पहुँच रही है, काँग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं। ठीक तीन दिन पहले सीनियर कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
कौन हैं अर्जुन मोढवाडिया
अर्जुन मोढवाडिया पोरबंदर से विधायक, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और एमएलए हैं। मोढवाडिया ने 2022 के चुनावों में पोरबंदर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के दिग्गज नेता बाबू बोखिरिया को हराया था। मोढवाडिया लगभग 40 वर्ष तक Congress से जुड़े रहे। मोढवाडिया के इस्तीफे के साथ ही 182 सदस्यीय विधानसभा में Congress के विधायकों की संख्या घटकर 14 रह गई है। मोढवाडिया ने सोमवार को गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष शंकर चौधरी को इस्तीफा सौंपा था।
Congress ने ठुकराया था राम मंदिर का निमंत्रण
Congress से इस्तीफे के बाद अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि ‘जब कोई पार्टी जनता से अपना जुड़ाव खो देती है तो वह ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाती। देश की जनता चाहती थी कि राम मंदिर का निर्माण हो। Congress ने भी तय किया था कि सुप्रीम कोर्ट से संवैधानिक फैसला आने के बाद हम इसका समर्थन करेंगे। फिर भी प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया गया।’
अर्जुन मोढवाडिया ने मीडिया से बातचीत की
इस्तीफा देने के बाद अर्जुन मोढवाडिया ने गांधीनगर में मीडिया से बात करते हुए कहा, “आज मैंने गुजरात Congress के हर पदों से इस्तीफा दे दिया है, मैं स्टूडेंट से लेकर आज तक Congress से जुड़ा था. ब्लॉक Congress से राजनीति शुरू करके विधानसभा और विरोध पक्ष के नेता के साथ प्रदेश का अध्यक्ष भी बना था. मैंने खून, पसीना देकर पार्टी को मजबूत करने की कोशिश की. लेकिन, कुछ सालों से जिस कल्पना से मैंने कांग्रेस ज्वाइन की थी, वो नहीं दिखी.”
आगे उन्होनें कहा, “मैंने सोचा था Congress में रहकर जनता में आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन लेकर आऊंगा. हमें आजादी 1947 में मिली थी, लेकिन महात्मा गांधी ने कहा था कि हमें राजकीय आजादी मिली है, आर्थिक और सामाजिक आजादी अभी बाकी है. इस कल्पना के साथ मैं Congress में काम कर रहा था. जिस तरह से Congress पार्टी जनता से दूर चली गई है. उस पर मैंने कई बार ध्यान आकर्षित करने की कोशिश भी की. लेकिन, मैं उसमें विफल रहा. इसलिए आज मैंने Congress के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. अभी तक जो मेरा राजनीतिक सफर था उसमें सेंट्रल और स्टेट लीडरशिप का आभार व्यक्त करता हूं.”
Shumaila /1 Mint