Adani Khavda Plant: जब Gautam Adani 2022 में गुजरात के खावड़ा में अपने प्रोजेक्ट के लिए पहली बार आए, तो उन्होंने इस जगह को देखकर यह पूछा था कि क्या किसी को यहाँ पर एक मच्छर भी मिल सकता है?
भारत का प्रभाव विश्व में बढ़ रहा है और हर क्षेत्र में भारतीय उद्यमियों का उत्थान हो रहा है। एनर्जी सेक्टर की बात करें, तो अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) इस पर विशेष ध्यान दे रहे हैं और उनके अडानी ग्रुप (Adani Group) ने गुजरात के खावड़ा में विश्व का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी प्लांट स्थापित किया है। यह सुनकर आप चौंक जाएंगे कि यह फ्रांस की राजधानी पेरिस से 5 गुना बड़ा है।
पाकिस्तान के बगल में तैयार हुआ है ये प्लांट
आप को बता दें पाकिस्तान के बगल में स्थित होने वाली इस प्लांट, जो एक अडानी ग्रुप के एनर्जी सेक्टर की एक महत्वपूर्ण योजना है, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के द्वारा तैयार की गई है। इस प्लांट में सौर और पवन ऊर्जा का उपयोग करके हरित ऊर्जा उत्पन्न की जाएगी। इस पूरे प्लांट का क्षेत्रफल लगभग 538 वर्ग किलोमीटर है, जो पेरिस के क्षेत्रफल से 5 गुना है।
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अडानी ने इस बंजर जगह को लेकर कही थी ये बात
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति Gautam Adani ने जब साल 2022 में अपने इस प्रोजेक्ट के संदर्भ में गुजरात आए थे, तो इस जगह को देखकर उन्होंने कहा था कि क्या किसी को इस जगह पर एक मच्छर भी मिल सकता है? इसके बाद, उनके समूह Adani Group ने इस बंजर भूमि पर सौर पैनल लगाए हैं, जो सूर्य की किरणों को बिजली में परिवर्तित करेंगे, और उसके साथ ही, यहाँ अलवणीकरण संयंत्र भी लगाये गए हैं।
कई देशों की खपत से ज्यादा बिजली उत्पादन
आप को बता दें कि , इस प्लांट की वर्तमान क्षमता 2000 मेगावॉट या 2 गीगावॉट है। अडानी ग्रीन एनर्जी के मैनेजिंग डायरेक्टर विनीत जैन के अनुसार, कंपनी की योजना है कि यह 2024-25 वित्त वर्ष में 4 गीगावॉट तक पहुंचाई जाए । इसमें 26 गीगावॉट का उत्पादन सोलर से और 4 गीगावॉट का उत्पादन पवन ऊर्जा से होगा। कंपनी का दावा है कि खावड़ा प्लांट अपने पीक पर 81 अरब यूनिट बिजली प्रोड्यूस करेगा, जो बेल्जियम, चिली, और स्विट्जरलैंड जैसे देशों की पूरी खपत से अधिक है।
8000 वर्कर्स का घर होगा ये प्लांट
देश की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी Adani Green Energy खावड़ा में स्वच्छ बिजली उत्पादन के लिए करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। अडानी ग्रुप इस प्रोजेक्ट को 2070 तक शुद्ध-कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने की व्यापक योजना के हिस्से के रूप में देख रहा है। AGEL का यह प्लांट जिस जगह पर है, वहां से आखिरी इंसानी बस्ती 80 किलोमीटर की दूरी पर है। इस बात के साथ, अडानी ग्रुप करीब 8000 कर्मचारियों के लिए कॉलोनी और अन्य मौलिक सुविधाएं तैयार करने में जुटा है। यहां पानी से लेकर अन्य मौलिक सुविधाओं के साथ-साथ कंपनी मोबाइल फोन रिपेयर शॉप जैसी सेवाएं भी प्रदान करने की तैयारी में है।
Harshita/1mint